29 Jan 2020

How to Change My Advocate | केस के बीच मे वकील कैसे बदले




सिविल केस के मामले में अपना वकील कैसे बदले (How to Change your Lawyer (Advocate) in a Civil Case) कोर्ट केस के दौरान अक्सर लोगों की यह शिकायत रहती है कि उनका वकील ठीक से काम नहीं करता। उनके केस के बारे में पूरी जानकारी नहीं देता। वह अपनी मनमानी करता है, तो यह सवाल आपके दिमाग में हमेशा रहता है कि क्या कोर्ट केस के दौरान अपने वकील को बदला जा सकता है। तो इस पोस्ट में हम जानेंगे किसी भी मामले में वकील को कैसे बदला (Change your Lawyer (Advocate)) जा सकता है इसकी प्रक्रिया क्या है। और हमारा कानून क्या कहता है।

How to Change your Lawyer (Advocate) in a Civil Case

जब आप न्याय पाना चाहते हैं तो कोर्ट का दरवाजा खटखटाते हैं। लेकिन कोर्ट जाने के लिए सबसे पहले आपको जरूरत होती है एक वकील की, तो एक अच्छा वकील करने के लिए कई बार लोग दोस्तों और रिश्तेदारों की मदद लेते हैं। या फिर खुद इसके लिए छानबीन करते हैं कि उनके लिए कौन सा वकील अधिक उपयुक्त होगा जो उनके केस को अच्छी तरह से कोर्ट में पेश कर सकें और उन्हें जिता सके।
एक अच्छे वकील का यह धर्म होता है कि वह अपने मुवक्किल को न्याय दिलाने के लिए हर संभव कोशिश करें। ऐसा करते हुए उसे कोर्ट के अहम और जिम्मेदार अधिकारी के रूप में नियुक्त करता है। एक मुवक्किल अपने वकील की काबिलियत को सुनिश्चित करने के बाद ही उसे अपना मामला सौपता है। 

क्योंकि कोई भी व्यक्ति अपना केस कोर्ट में नहीं हारना  चाहता।

इसलिए हर संभव कोशिश करता है कि उसने जिस वकील को चुना है वह बहुत अच्छा हो अपने काम में माहिर हो | लेकिन कई बार ऐसा देखा जाता है कि जब कोर्ट में मामला शुरू हो जाता है, उसके बाद मुवक्किल और वकील के बीच तनाव उत्पन्न हो जाता है मुवक्किल और वकील के बीच में यह तनाव बहुत सारी बातों को लेकर आ सकता है। उसकी बहुत सी वजह हो सकती हैं जैसे कि कई बार फीस का मुद्दा होता है, अहम का टकराव होता है या फिर संतुष्टि की कमी होती है।
कई बार मुवक्किल जो चाहता है वकील वैसा नहीं करता या फिर वकील जो कर रहा है उसे मुवक्किल संतुष्ट नहीं होता।  वैसे कई कारण हो सकते हैं जिसकी वजह से वकील और मुवक्किल के बीच तनाव पैदा हो जाता है ऐसे मामलों में मुवक्किल अपने वकील को अगर बदलना (How to Change your Lawyer (Advocate) in a Civil Case) चाहे तो क्या कर सकता है। 

मुवक्किल के अपने वकील को बदलने के सम्बन्ध में अधिकार

यह सवाल अक्सर लोगों के दिमाग में होता है कि अगर ऐसा हो जाए तो उनके अधिकार क्या है किस तरह से अपने वकील को बदल  (How to Change your Lawyer (Advocate)) सकते हैं क्योंकि सिविल मामले बहुत लंबे चलते हैं ऐसे में अगर मुवक्किल और वकील के बीच में तनाव है तो आगे की प्रोसीडिंग करना बहुत मुश्किल हो जाता है। इसलिए समय रहते अपने वकील को बदल (Change your Advocate) लेना ही उचित होता है किसी भी कारण से अगर मुवक्किल और वकील के बीच में तनाव पैदा हो जाता है. उनकी नहीं बनती तो इस कंडीशन में सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट क्या कहता है चले समझते हैं सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के फेमस जजमेंट के क्या कहते हैं।  कोर्ट केस के बीच में वकील बदलने को लेकर तो शुरुआत करते हैं वकालतनामा से। Read More

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